----- श्रीमद् भागवत महापुराण कथा सुनने को जुटी भीड़
बिंदकी फतेहपुर
किसी का दिल ना दुखाना किसी को कष्ट ना पहुचाना मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है। यह बात मलवा विकासखंड क्षेत्र के डीघ गांव में चल रहे श्रीमद् भागवत महापुराण कथा में ज्ञान की गंगा बहाते हुए आचार्य पंकज त्रिपाठी ने कहा।
डीघ गांव में 31 मार्च से लेकर 6 अप्रैल तक चलने वाले श्रीमद् भागवत महापुराण कथा में शुक्रवार को आचार्य पंकज त्रिपाठी ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अहंकार नहीं करना चाहिए क्योंकि अहंकार ही पतन का कारण और विनाश का कारण बनता है अच्छे सत्संग से खराब से खराब व्यक्ति महान बन जाता है वही गलत संगत से अच्छा व्यक्ति भी बुरा बन जाता है और उसके पतन का कारण बनता है उन्होंने श्रीमद् भागवत महापुराण कथा में रुक्मणी विवाह की चर्चा की जिसको मौजूद भक्तों तथा श्रद्धालुओं ने मंत्र मुग्ध होकर सुना और पुण्य के भागीदार बने बताते चलें कि 31 मार्च से 6 अप्रैल तक प्रतिदिन श्रीमद् भागवत महापुराण कथा होगी वही 7 अप्रैल को विशाल भंडारा होगा जिसमें हजारों हजारों की संख्या में लोक प्रसाद ग्रहण का धन्य होंगे इस मौके पर मुख्य रूप से संतोषी देवी के अलावा कृष्णा सिंह साधना रंजना सिंह आदि लोग मौजूद रहे