लखनऊ (उत्तर प्रदेश) ,
विधान परिषद में श्री आशुतोष कुमार सिन्हा सदस्य विधान परिषद ने उत्तर प्रदेश के पत्रकार को पेंशन एवं उनकी सुरक्षा के लिए नियम 115 के अंतर्गत उन्हे भी अन्य प्रदेशों की भांति पेंशन दिए जाने के लिए सदन में जोर दार ढंग से मांग उठाई और मांग की कि नए पत्रकारों को 10,000 हजार रुपए व बीस वर्ष से अधिक समय से कार्यरत वरिष्ठ पत्रकारों को 25,000 हजार रुपए प्रतिमाह गुजारा भत्ता दिया जाए ।
साथ ही एक करोड़ रुपए तक का जीवन बीमा तथा सरकार की संचालित योजनाओं से भी उन्हे लाभान्वित किया जाए ।
आवास विकास प्राधिकरण व विकास प्राधिकरण के माध्यम से नौ प्रॉफिट नौ लाॅस के आधार पर भवन/ प्लाट उपलब्ध कराया जाना जनहित में होगा ।
पत्रकारो द्वारा सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार एवं समाज के अराजक तत्वों के खिलाफ समाचार प्रकाशित करने में उन्हे निरंतर धमकियां मिलती रहती है और उनके साथ मारपीट एवं अन्य कई दुर्घटनाएं हुआ करती है । जिसमें कई पत्रकार अपनी जान भी गंवा चुके है । उनकी आर्थिक स्थित अत्यंत दयनीय है ।
जिसके कारण उन्हे अपना व परिजनों का गुजारा काफी असुविधाओं के साथ करना पड़ता है । पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करना अति आवश्यक है ।
श्री आशुतोष ने वाराणसी का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के पत्रकारो को सर्किट हाउस जाने से जिला प्रशासन द्वारा रोक लगाने का तुगलकी फरमान सुनाने वाले अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग भी सदन में रखी ।
पीठ ने श्री आशुतोष कुमार सिन्हा के प्रश्न में उठाई गई बातों को आवश्यक कार्रवाही हेतु शासन को संदर्भित कर दिया है ।
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