घरेलू टेस्ट मैचों में टीम इंडिया की सबसे खतरनाक जोड़ी अश्विन-जडेजा ने एक बार फिर से भारत को मझधार से निकाला। दोनों ने भारत का स्कोर 144/6 से 339/6 तक पहुंचाया। 195 रन की नाबाद साझेदारी करके पहला दिन भारत के पक्ष में मोड़ दिया।
बांग्लादेश टॉस जीता और टीम इंडिया को बल्लेबाजी का न्यौता दिया। पिच और कंडीशन के हिसाब से टीम इंडिया ने 3 पेसर और 2 स्पिनर खिलाये। बांग्लादेश ने भी यही संयोजन खिलाया है। मैच चेन्नई में हो रहा है लेकिन पहले घण्टे में ऐसा लगा नहीं। नई गेंद स्विंग और अच्छा उछाल ले रही थी। #रोहित और #यशस्वी ने सम्भलकर खेलना शुरू किया। अपने करियर का तीसरा टेस्ट खेल रहे हसन महमूद ने यादगार स्पैल डाला। जबरदस्त नियंत्रण के साथ पिच से पूरी मदद ले रहे थे। पहले रोहित (6) को बेहतरीन आउटस्विंगर पर स्लिप में कैच कराया। इसके बाद गिल (0) अनलकी रहे और सॉफ्ट डिसमिसिल का शिकार हुए। गेंद लेग स्टम्प से बहुत बाहर जा रही थी बेकार में बल्ला लगा बैठे जिसे कीपर ने आसानी से पकड़ लिया। इसके बाद #विराट (6) भी हसन को कवर ड्राइव करने के प्रयास में कीपर को कैच दे बैठे। भारत 34/3 था जब पन्त ने यशस्वी के साथ 50 रन की अच्छी साझेदारी की लेकिन पहला सैशन 88/3 के साथ बांग्लादेश के नाम रहा।
पहला सैशन हारने के बाद वापसी की उम्मीद थी लेकिन #पन्त (39) अपनी पारी लम्बी न कर सके। इसके बाद यशस्वी ने राहुल के साथ छोटी सी (48) साझेदारी की। नाहिद राणा ने तेज़ और सटीक गेंदबाजी से यशस्वी को परेशान करके आउट किया। मेरा मानना है जिस समय यशस्वी आउट हुए उस समय दूसरे छोर पर यदि राहुल की जगह रोहित या विराट होते तो जायसवाल आउट न होते। नाहिद अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन उस समय यशस्वी एकदम से ब्लॉक माइंड जैसे हो गए थे। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि मारें या छोड़े। उस समय रोहित या विराट होते तो वह इस मानसिक स्थिति से निकल सकते थे। खैर जायसवाल (56) आउट हुए तो अगले ही ओवर में राहुल स्पिनर पर अपना विकेट देकर आ गए जबकि स्पिनर को कोई मदद नहीं थी। राहुल (16) बहुत ज्यादा रक्षात्मक खेलने की वजह से शॉर्ट फाइन लेग पर कैच दे बैठे और एक अच्छा मौका गंवा दिया। दूसरे सैशन की समाप्ति पर भी टीम इंडिया 176/6 पर संघर्ष कर रही थी। दूसरा सैशन भी बांग्लादेश के नाम रहा।
तीसरे सैशन में टीम इंडिया का 2003 की ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरह चैम्पियन टीम वाला रूप देखने को मिला। अश्विन और जडेजा ने जबरदस्त काउंटर अटैक किया जिससे बांग्लादेश के सभी प्लान और स्ट्रेटजी चौपट हो गई। अश्विन ने पहले पेसर्स को मारा और फिर #शाकिब को आड़े हाथ लिया। दूसरी तरफ जडेजा पहले धीमे खेले लेकिन अश्विन को देखकर उन्होंने भी अपना रंग दिखाया। देखते ही देखते साझेदारी 50 से 100 रन की हो गयी और फिर खेल खत्म होने तक 195 रन की अटूट साझेदारी से टीम इंडिया को ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया है जहां से अब मैच तो नहीं हारेगी! #अश्विन ने करियर का छठवां शतक (102)* लगाया। #जडेजा भी 86 रन पर नाबाद हैं। बांग्लादेश के लिए हसन महमूद ने 4 विकेट लिये। #हसन के बेहतरीन दिन को अश्विन ने अपना बना लिया। पिच अब बल्लेबाजी के लिए अच्छी हो गयी है। कम से कम एक और पूरा सैशन टीम इंडिया को खेलना चाहिए!
#INDvsBAN #1stTest