👉 भाजपा जिला अध्यक्ष ने साध्वी-आशीष व क्षेत्र-प्रदेश के कई बड़े नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप
👉 पूर्व मंत्री व पूर्व ज़िला अध्यक्ष ने अपने कार्यकाल में जुटाई अकूत अवैध संपत्ति: मुखलाल
👉 पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री, पूर्व जिलाध्यक्ष, पूर्व क्षेत्रीय मंत्री, प्रदेश महामंत्री भू-माफियाओं से मिले
👉 भू-माफियाओं की साज़िश में कई बड़े नेता भी शामिल, क्षेत्रीय प्रभारी मुख्य षड्यंत्रकारी
👉 वीआईपी रोड की ज़मीन का प्रकरण भी उठाया
👉 डीएम-एसडीएम पर शासन की मंशा के विपरीत काम करने का मढ़ा आरोप
👉 आरोपः अधिकारी हवा में उड़ा रहे हैं सीएम के आदेश
👉 आरोपः तमाम सरकारी जमीनों को सिर्फ़ कागजों में दिखाया गया है कब्ज़ा मुक्त
👉 आरोपः जांच में फंसने के डर से कानूनगो-लेखपाल को हटवाया, पाल समाज कभी माफ़ नहीं करेगा
👉 आरोपः शासन को गलत रिपोर्ट भेज रहा प्रशासन
👉 अपने आपको असहाय महसूस करते हैं मुखलाल पाल, दावाः स्थानीय सभी विधायक हैं साथ
👉 पुनः मुख्यमंत्री से मिलकर सारे प्रकरण से कराएंगे अवगत
फतेहपुर। आज भास्कर न्यूज ब्यूरो हेड अरविंद गुप्ता भारतीय,9807199862
भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल ने पार्टी की स्थानीय पूर्व सांसद/केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति एवं पूर्व ज़िला अध्यक्ष आशीष मिश्रा पर अपने कार्यकाल के दौरान सैकड़ों करोड़ की अवैध संपत्ति जुटाने समेत अपने खिलाफ़ साज़िश रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने पार्टी के कुछ क्षेत्रीय एवं प्रदेश स्तरीय नेताओं पर भी बगैर नाम लिए गंभीर आरोप लगाए। भाजपा जिला अध्यक्ष श्री पाल आज दोपहर स्थानीय अपने आवास में पत्रकारों से वार्ता कर रहे थे। उन्होंने स्थानीय ज़िला अधिकारी और उप जिलाधिकारी पर आरोप लगाया कि वह मुख्यमंत्री के आदेश की भी नाफरमानी कर रहे हैं। बताया कि ज़िला प्रशासन स्थानीय भू-माफियाओं से जुड़ी सैकड़ों बीघे सरकारी ज़मीनो को सिर्फ़ कागजों में कब्ज़ामुक्त तो दिखा दिया, किन्तु कुछ स्थानीय और प्रदेश स्तर के भाजपाइयों ने प्रशासन पर दबाव बनाकर इन जमीनों पर पूर्ववत यथास्थिति बनवा रखी है, और जांच कर रहे कानूनगो और लेखपाल को भी हटवा दिया है।
पचास लाख की रिश्वत प्रकरण में जांच का सामना कर रहे भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने खुद को निर्दाेष बताते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री, पूर्व जिलाध्यक्ष सहित पार्टी के ही नेताओं पर भूमाफियाओं से मिलीभगत कर सरकारी जमीन पर कब्ज़ा करने व उनकी छवि धूमिल करने का आरोप लगाया।
भाजपा जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल के निशाने पर पूर्व सांसद/केन्द्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ख़ास तौर पर रहीं। साध्वी द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों को सिरे से नकारते हुए उन्होंने कहा कि स्थानीय सांसद/मंत्री रहते हुए साध्वी ने विधान सभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी रणवेंद्र प्रताप उर्फ़ धुन्नी सिंह व विक्रम सिंह एवं निकाय चुनाव में प्रमोद द्विवेदी व अखिलेश बाजपेई को हरवाने का काम किया। साध्वी पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपने नामांकन पत्र में 8वीं पास की फर्जी मार्कशीट लगाई थी, जिसकी जांच होनी चाहिए। आरोप लगाया कि सांसद रहते साध्वी ने तीन सौ बीघे से अधिक ज़मीन जुटाई और पचास से अधिक डंपर आदि से अकूत संपत्ति अर्जित की। उन्होंने कहा कि साध्वी तो उन्हें अपने नामांकन तक में नहीं ले गई। साध्वी को उनके समाज (निषाद) के ही लोगों ने हरवाया है।
भाजपा ज़िला अध्यक्ष मुखलाल पाल ने पार्टी के पूर्व ज़िला अध्यक्ष आशीष मिश्रा पर भी कई गंभीर आरोप लगाए। बताया कि अपने कार्यकाल के दौरान आशीष ने दो सौ करोड़ से अधिक की अवैध संपत्ति जुटाई। कहा कि आशीष के रिश्तेदारों/ख़ास मित्रों के नाम कीमती जमीनें हैं, जो ज़िला अध्यक्ष कार्यकाल के दौरान की है। श्री पाल ने साध्वी-आशीष समेत पार्टी के एक अन्य स्थानीय वरिष्ठ नेता अन्नू श्रीवास्तव समेत पार्टी के कई अन्य स्थानीय एवं क्षेत्रीय एवं प्रदेश स्तरीय नेताओं पर भी अपने खिलाफ़ साज़िश रचने का आरोप लगाया है।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने खुद को पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता बताते हुए कहा कि वह भाजपा में 1988 से हैं। जिसमें विद्यार्थी परिषद, युवा मोर्चा से लेकर क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, आयोग के अध्यक्ष एवं वर्तमान में जिलाध्यक्ष का पद शामिल है। उन्होने कहा कि उनके द्वारा सरकारी भूमि को भू-माफियाओं के हाथों से छुड़ाने की मुहिम शुरू की गई है जिसके चलते भूमाफियाओं से मिले हुए नेता उनकी छवि धूमिल करने में लगे हैं। फर्जी ऑडियो एवं पत्र वायरल कर उन पर 50 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया। जांच में उन्हें दोषी ठहराए जाने पर कमेटी की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जांच की रिपोर्ट सार्वजनिक कैसे हो सकती है। जाँच कमेटी में शामिल सदस्यों पर विपक्ष से मिले होने का आरोप लगाया। उन्होंने डीएम समेत प्रशासनिक अधिकारियों पर सरकार की छवि धूमिल करने व भू-माफियाओं की जांच व कार्रवाई को लंबित रखने का भी आरोप लगाया।
भाजपा जिला अध्यक्ष ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कईयों की कलई खोल कर रख दी और उन्होंने भाजपा नेताओ की अर्जित अवैध सम्पत्ति की जांच कराएं जाने की मांग किया। प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाकर शासन (सीएम) की मंशा के विपरीत कार्य करने और महत्वपूर्ण मसलों से संबंधित जांचे दबवाने का भी आरोप लगाया। श्री पाल ने 50 लाख के प्रकरण से जुड़ी तथाकथित जांच रिपोर्ट के बाबत कहा कि क्षेत्र के प्रभारी और जांच कमेटी के हेड की मिलीभगत से साध्वी, आशीष और अन्नू आदि उनके ख़िलाफ़ साज़िश कर रहे हैं, जिसके लिए उनका समाज (पाल) कभी माफ़ नहीं करेगा।
उन्होंने रिश्वत प्रकरण को साजिश बताया और इसके पीछे स्थानीय भू-माफियाओं के खिलाफ उनके द्वारा चलाए जा रहे अभियान और मुख्यमंत्री स्तर से की गई शिकायतो को वजह बताया। उन्होंने कहा कि यहां के डीएम रवींद्र सिंह उपरोक्त नेताओं के दबाव में काम कर रहे हैं और सीएम के आदेशों को दबाकर रखा हैं। एक सवाल के जवाब में श्री पाल ने कहा कि मौजूदा समय में उपरोक्त लोगों के चक्रव्यूह के चलते वह अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं, किन्तु स्थानीय सभी विधायक उनके साथ हैं। वह पुनः मुख्यमंत्री से मिलकर सारे प्रकरणों से अवगत कराएंगे।