महिलाओं के सम्मान से समझौता किसी कीमत पर नहीं–अंजू प्रजापति
फतेहपुर,। आज भास्कर न्यूज
राज्य महिला आयोग की सदस्य अंजू प्रजापति ने शनिवार को जनपद फतेहपुर के डाक बंगला में जनसुनवाई की। इस दौरान जिले के विभिन्न ग्रामीण इलाकों से आईं सैकड़ों महिलाएं अपनी शिकायतें लेकर पहुंचीं। महिलाओं ने घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, संपत्ति विवाद, कार्यस्थल पर शोषण और प्रशासनिक लापरवाही से जुड़े मामलों को सदस्य के समक्ष रखा।जनसुनवाई के दौरान महिला आयोग की सदस्य ने प्रत्येक प्रकरण को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागीय अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान और अधिकारों की रक्षा करना आयोग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी महिला के साथ अन्याय या अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मीडिया से बातचीत में अंजू प्रजापति ने जिले में आए दिन महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह समाज और शासन दोनों के लिए गंभीर विषय है। महिला आयोग ऐसी घटनाओं को लेकर बेहद संवेदनशील है और हर जिले में जाकर उनकी समस्याएं सुन रहा है ताकि पीड़ित महिलाओं को शीघ्र न्याय मिल सके।उन्होंने बताया कि महिला आयोग की ओर से प्रत्येक जनपद में जनसुनवाई के लिए सदस्यों को भेजा जाता है। वहां प्राप्त शिकायतों की रिपोर्ट सीधे आयोग को भेजी जाती है और जो मामले संवेदनशील पाए जाते हैं, उनमें तत्काल हस्तक्षेप कर संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया जाता है। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसी शिकायतें सामने आती हैं जिनमें पीड़ित महिलाओं को महीनों तक न्याय नहीं मिलता, ऐसे में आयोग प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित करता है।जनसुनवाई के दौरान सदस्य ने जिले के अधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि महिलाओं की शिकायतों को गंभीरता से लें और किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि पीड़ित महिलाओं की सहायता के लिए शासन की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, इसलिए यह जरूरी है कि हर पात्र महिला तक इन योजनाओं का लाभ पहुंचे।डाक बंगला परिसर में सुबह से ही महिलाओं की भीड़ लगी रही। ग्रामीण क्षेत्रों से आईं महिलाएं अपनी समस्याएं लेकर आयोग के सामने पहुंचीं। कई मामलों में तत्काल संज्ञान लिया गया और संबंधित थाना प्रभारियों व अधिकारियों से फोन पर बातचीत कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।अंत में अंजू प्रजापति ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। आयोग हर उस महिला के साथ खड़ा है जो अन्याय या हिंसा का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि आयोग की मंशा सिर्फ सुनवाई तक सीमित नहीं है, बल्कि प्रत्येक पीड़िता को न्याय दिलाना हमारा उद्देश्य है।



