रिपोर्ट गिरिराज शुक्ला
बिंदकी फतेहपुर सरकार के बाल मजदूरी पर सख्त कानून के बाद भी कोई अंकुश नहीं लग पा रहा है। बाल श्रम को रोकने के लिए बाल श्रम विभाग बनाया गया है, लेकिन विभाग बच्चों का शोषण पर पूर्ण रूप से अंकुश नहीं लगा पा रहा है। ऐसा ही एक मामला मंगलवार को प्रकाश में आया। यहां पर पीडब्लूडी हो रहे काम में तीन 17वर्षीय किशोर से बाल श्रम कराये जाने का वीडियो वायरल हुआ है। वहीं जिम्मेदार अपना पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं।
दरअसल पूरा मामला बकेवर थाना क्षेत्र के ब्लाक देवमई के नहर के बगल से सड़क मुसाफा जानेवाली मार्ग जो कानपुर जानेवाली मार्ग से मिलती है। पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा सड़क बनवाई जा रही है। जहां पर तीन नाबालिग 17 बर्षीय बच्चे से सड़क को बनाने वाले चलते लोडर पर गिट्टी डलवाया जा रहा है। ये काम बेहद जोखिम भरा है और इसमें जरा सी लापरवाही किसी अनहोनी का रूप ले सकती है
, लेकिन नाबालिक बच्चे पर रहम न खाकर उसे जान को जोखिम डालकर काम करने को आदेश दिया जा रहा है। मौके पर ठेकेदार मौजूद है, लेकिन उनके अंदर रहम नहीं आ रहे है। बच्चे से बात की तो उसने बताया तीन रुपये के लिए ये काम कर रहा है और घर की परिस्थिति ठीक न होने के कारण उसे मजबूरी में काम करना पड़ रहा है। मंगलवार को वीडियो वायरल होने के बाद जिम्मेदार अपना पल्ला झाड़ते नजर आये।
श्रम विभाग के मनीष कुमार सिंह
ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। अगर किसी ठेकेदार की ओर से बाल श्रम कराया जा रहा है तो जांच कराकर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।