फतेहपुर। बिंदकी क्षेत्र में किन्नर गुटों के बीच ‘इलाका किसका?’ को लेकर बुधवार दोपहर ऐसा संग्राम छिड़ा कि सीओ ऑफिस अखाड़ा बन गया।
मोनिका और इकबाल—दोनों अपने-अपने फुल टीम के साथ सीओ प्रगति यादव के कार्यालय पहुंच गए, और फिर जो हुआ… वो लोगों ने आज तक सिर्फ फिल्मों में देखा होगा!
ऑफिस के बाहर जमकर तालियां बजीं, सीटी गूंजी, और गालियों की ऐसी बरसात हुई कि राहगीरों ने भी कदम धीमे कर दिए। देखते ही देखते बाहर तमाशबीनों की भीड़ जुट गई—पूरा माहौल मेले में बदल गया।
मोनिका गुट का आरोप: “हम पर दबाव बनाया जा रहा है”
मोनिका अपने करीब एक दर्जन साथियों संग फूट-फूट कर इकबाल गुट पर बरसीं। आरोप इतना गंभीर कि ऑफिस में सन्नाटा छा गया—मोनिका का दावा है कि इकबाल गुट किन्नरों पर धर्म बदलने का दबाव बना रहा है।
आरोप लगाते-लगाते उनके साथियों ने जय श्री राम के नारे भी लगाए और बाद में कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं संग मिलकर सीओ से अपने क्षेत्र में काम करने की अनुमति की मांग की।
इकबाल की प्रतिक्रिया: “हम यहीं के हैं, हमारा हक है!”
उधर इकबाल गुट भी पीछे नहीं रहा। उन्होंने सीधे कहा—“हम तो बिंदकी के ही हैं, सालों से यहीं काम कर रहे हैं। हमें क्यों रोका जा रहा है?” दोनों गुटों के बीच बहस इतनी तेज हुई कि स्थिति बिगड़ने के डर से कोतवाल हेमंत मिश्रा भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए।
सीओ की चेतावनी:
समझदारी से सुलझाओ नहीं तो सख्त कार्रवाई
सीओ प्रगति यादव ने दोनों पक्षों को कड़े शब्दों में समझाया—“शांति से बैठकर विवाद सुलझाओ। अगर सड़क पर तू-तू मैं-मैं हुई तो पुलिस सख्ती करेगी।”
लेकिन बाहर का माहौल तब तक ऐसा था जैसे कोई रियलिटी शो शूट हो रहा हो—तालियां, तकरार और तमाशा… सब लाइव।
🌹नतीजा? 🌷 तकरार जारी!
कुल मिलाकर किन्नर गुटों में वर्क एरिया को लेकर तनाव अभी भी कायम है। पहले भी छोटे-मोटे झगड़े हो चुके हैं, और आज का बवाल इस विवाद की हाई-वोल्टेज किस्त साबित हुआ।




