----परिजनों ग्रामीण तथा विभिन्न संगठनों के लोगों ने 11 घंटे तक शव को नहीं उठने दिया
----सहायक रिटर्निग ऑफिसर बने एसडीएम तथा कानून को के खिलाफ नाम जद मुकदमा दर्ज करने की मांग
बिंदकी फतेहपुर
एसआईआर फॉर्म भरने के लिए सहायक रिटर्निग ऑफिसर बने एसडीएम तथा कानूनगो के दबाव में आकर एक लेखपाल ने घर के अंदर कमरेमें फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया। घर के लोगों ने दरवाजा तोड़कर शवको बाहर निकाला। तब तक लेखपाल की मौत हो चुकीथी। एक दिन बाद लेखपाल की शादी थी। लेखपाल संघ तथा अन्य राजनीतिक राजनीतिक संगठन के लोगों ने सहायक रिटर्निग अधिकारी बने एसडीएम तथा कानूनगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग किया और शव को उठना नहीं दिया। लगभग 11 घंटे तक पुलिस प्रशासन तथा परिजनों तथा ग्रामीण एवं अन्य लोगों के बीच कहां सनी होती रही लेकिन शव पोस्टमार्टम के लिए नहीं जा पाया
जानकारी के अनुसार कोतवाली क्षेत्र के खजुहा कस्बे में मंगलवार की सुबह लगभग 6:30 बजे अपने घर के अंदर एक कमरे में लेखपाल सुधीर कुमार कोरी उम्र लगभग 28 वर्ष पुत्र स्वर्गीय श्यामलाल करी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया लोगों को आशंका हुई तो दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे तब तक लेखपाल सुधीर की मौत हो चुकी थी घटना की जानकारी मिलने पर उप जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका अग्रवाल तथा कोतवाली प्रभारी नीचक हेमंत कुमार मिश्रा पहुंचे। परिजन तथा ग्रामीण शव को उठने नहीं दे रहे थे परिजनों का आरोप था कि एस आई आर काम को लेकर जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र के सहायक रिटर्निग ऑफिसर बने एसडीएम संजय कुमार सक्सेना तथा राजस्व निक्षक शिवराम के द्वारा काम का दबाव बनाने के कारण लेखपाल सुधीर कुमार ने घर के अंदर फांसी लगाकर आत्महत्या काली है मृतक लेखपाल की बहन अमृता सिंह ने मामले की तहरीर पुलिस को दिया घटना की जानकारी मिलने पर फतेहपुर जनपद के अपर जिलाधिकारी अविनाश त्रिपाठी तथा अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र पाल सिंह कोतवाली बिंदकी बकेवर थाना जहानाबाद थाना जाफरगंज थाना की पुलिस के साथ पहुंचे। थोड़ी देर बाद समाजवादी पार्टी के नेता नरेश कोरी गणेश वर्मा तथा कोरी समाज के नेता सिद्धार्थ गौतम आदि लोग पहुंचे और कहां की ज्यादातर रिटर्निंग ऑफिसर तथा आरोपी कानूनगो के खिलाफ मुकदमा नहीं दर्ज होगा जब तक शव को नहीं उठने दिया जाएगा। इसी मांग को लेकर उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ तहसील बिंदकी इकाई के अध्यक्ष कुलदीप सिंह महामंत्री दीपक तिवारी सहित तमाम लेखपाल भी मांग करतेरहे की दोनों अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए कई बार लेखपाल संघ के लोग धरने में भी बैठ गए लेकिन मंगलवार की शाम 5:30 बजे तक यानी 11 घंटे बाद तक कोई बात नहीं बनी शव घर के अंदर रखा रहा।



