भारत बांग्लादेश मैच के दौरान घटी अनकही कहानी,
कहते हैं जिनके खुद के ख्वाब पूरे नहीं होते, वे दूसरों के सपने पूरे करने के लिए जान लड़ा देते हैं। केएल राहुल के पास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड कप के पहले मैच में शतक लगाने का सुनहरा मौका था। भारत 200 रनों का पीछा कर रहा था और स्कोर 4 विकेट के नुकसान पर 195 रन था। इस वक्त राहुल 91 रनों पर खेल रहे थे। उन्होंने सोचा कि पहला चौका लगा देता हूं और फिर छक्का जड़कर शतक पूरा करते हुए टीम इंडिया को जीत दिला दूंगा। 50 से ज्यादा गेंद बाकी बची थी। राहुल ने शॉट खेला और गेंद सीमा रेखा पार 6 रन के लिए चली गई। भारत 52 गेंद बाकी रहते 6 विकेट से मैच जीत गया और केएल राहुल 97 पर नाबाद रह गए। केएल राहुल नहीं चाहते थे कि बांग्लादेश के खिलाफ विराट कोहली के साथ ऐसा कुछ भी हो।
जिस वक्त जीत के लिए 30 रन बाकी बचे थे, राहुल ने विराट को साफ कर दिया कि अब मैं गेंद को सिर्फ ब्लॉक करूंगा। एक दौर ऐसा आया, जहां पर भारत को जीत के लिए और विराट को शतक के लिए 26 रनों की दरकार थी। इस दौरान केएल राहुल ने सिंगल लेने से मना कर दिया। विराट कोहली ने कहा कि आलोचक यह कह सकते हैं, हम अपने पर्सनल माइलस्टोन के लिए खेल रहे हैं। जवाब में खेल राहुल ने विराट से कहा कि अभी काफी गेंद बाकी बची है आप आराम से बड़े शॉट खेलिए और शतक बनाइए। इसी का नतीजा रहा कि विराट कोहली ने बांग्लादेश के खिलाफ 97 गेंद पर 6 चौकों और 4 छक्कों के साथ 103* रन बनाकर 48वां वनडे शतक जड़ दिया।